DHCP server kya hai | Dynamic Host Configuration Protocol- DHCP server IP Address को Dynamic Configuration प्रदान करता है। DHCP मुख्य रूप से विंडो सिस्टम या कंप्यूटर के लिए उपयोग किया जाता है।
आईपी एड्रेस, डिफॉल्ट गेटवे, डीएनएस एड्रेस इत्यादि जैसी सभी जानकारी होस्ट सिस्टम को प्रदान करता है। DHCP Protocol Bootstrap प्रोटोकॉल (BOOTP) का एक विस्तार है। Bootstrap Protocol एक datagram Protocol का एक USER हैं।
जो Bootstrap Protocol client को automatic IP Address प्रदान करता हैं। ऐसा कोई नियम नहीं है की कोई Single कंप्यूटर ही DHCP यूज़ कर सकता हैं। इसलिए Single कंप्यूटर भी IP address की पूरी information DHCP सर्वर से प्राप्त कर सकता है।
DHCP server kya hai | What is DHCP Server in Hindi
DHCP server kya hai जबकि अन्य कंप्यूटर static IP address यूज़ कर सकता है। DHCP को small नेटवर्क और बड़े Organization नेटवर्क पर भी लागु किया जा सकता है।
किसी बड़ी company या Enterprise में TCP/IP को manually असाइन करने के बजाय ऑटोमेटिकली assign करते है। जिसके लिए DHCP यूज़ होता है। by default DHCP server नेटवर्क ऑपरेटिंग सिस्टम (NOS) window ,Netware और Linux में होता है।
मुख्य रूप से DHCP को इन 2 Versions में उपयोग कर सकते है। जो निम्न प्रकार हैं।
- (IPv4) Internet Protocol version 4
- (IPv6) Internet Protocol version 6
Advantages of DHCP Server in Hindi | DHCP kya hota hai in Hindi
- DHCP से IP (Internet Protocol) conflict होने का कोई डर नहीं होता है। और IP address याद करने की कोई जरुरत नहीं होती हैं।
- समय की बचत होती है।
- बड़ी -बड़ी कम्पनियो में कम से कम स्टाफ से ही काम चल जाता है।
- DHCP से एक responsive नेटवर्क तैयार होता है, जिससे नेटवर्क से जुडी सभी devices को एक dynamic IP address प्राप्त हो जाता है।
- DHCP को सरल तरीके से manage कर सकते है। जिससे DNS, Default gateway, को अलग से Configure नहीं करना पड़ता है।
Disadvantages of DHCP Server in Hindi | DHCP के नुकसान
- कुछ स्थिर और IP address वाली devices के लिए DHCP Use नहीं कर सकते है जैसे की Printer, File सर्वर। क्योकि ये device IP address रखती है। फलस्वरूप device या (printer) disconnect हो जाती है। इसलिए DHCP, ऐसी devices (उपकरण) के लिए अनावश्यक होता है इस प्रकार के उपकरणों के लिए DHCP के बजाय मैन्युअली Configuration करना चाहिए।
- किसी भी system और क्प्म्पुटर को restart करने के बाद IP address change हो जाता है।
Client और Server में DHCP का उपयोग
Dynamic Host Configuration Protocol-सर्वर और क्लाइंट Operation में सामान्यता Transmission Control Protocol / Internet Protocol के आधार पर काम करता है। जिसमे एक कंप्यूटर client और दूसरा कंप्यूटर server का Role अदा करता है।
इसमें Messages और डाटा भेजना और प्राप्त करना server और client दोनों की जिम्मेदारी होती है। DHCP सर्वर और क्लाइंट दोनों एक दूसरे के (Complementary) पूरक Role अदा करते है।
क्लाइंट केवल अपने (Parameters) मापदंडो को फॉलो करता है, जबकि server सभी client के मापदंडो को Maintain और configuration करता है। DHCP server kya hai
Responsibilities Of DHCP Server
Providing Administration Services-प्रशासकीय सेवाएं प्रदान करना– DHCP वह सब जिम्मेदारियां Maintain करता है जो एक Network Administrator को करनी चाहिए, जैसे की IP address को बदलना या बिश्लेषण करना, Parameters कॉन्फ़िगर करना और अन्य जरूरी information Provide करता है, जो Dynamic Host Configuration Protocol को Run करने के लिए होती है। DHCP server kya hai
Responding To Client Requests-Client की विभिन्न प्रकार की request को Manage करता है, जैसे-आई पी एड्रेस assign करना, renew करना और leases को Terminate करना आदि है।
Client IP Address Storage & Management-सभी DHCP क्लाइंट्स के आई पी एड्रेस को store और मैनेज करता हैं, साथ ही allocated और Non-allocated आई पी एड्रेस को भी ट्रैक करता है।
Responsibilities Of DHCP Client
Configuration of Parameter Mangement-इसमें क्लाइंट कॉन्फ़िगरेशन से related पैरामीटर Maintain करता है, जो उसे DHCP Server से प्राप्त हुए है।
Lease Management- क्लाइंट को यह याद रहता है की उसे (dynamically) गतिशील आई पी प्राप्त हुआ है जो की उसे कुछ समय के लिए ही मिला है लेकिन क्लाइंट को लीज Renew करने की permission होती है। यदि क्लाइंट को लम्बे समय तक IP address की जरुरत नहीं होती तो क्लाइंट इस lease को terminate भी कर सकता है।
Message Retransmission- जब Dynamic Host Configuration Protocol अविश्वसनीय User datagram Protocol का इस्तेमाल करके क्लाइंट को मैसेज भेजता है तो मैसेज को रिसीव अथवा Detect करना क्लाइंट की responsibility होती है। DHCP server kya hai
What is dhcp and how it works in Hindi
IP Address Allocation Method-DHCP एक बिशेष समय के लिए क्लाइंट को आई पी एड्रेस प्रदान करता है जब लीज टाइम ख़तम होता है। उस समय क्लाइंट IP address का उपयोग बंद कर देता है या lease टाइम को renew करता है।
उस समय सर्वर, क्लाइंट के lease टाइम की रिक्वेस्ट से सहमत हो सकता है और नहीं भी। यह सर्वर पर निर्भर करता है। DHCP Server तीन विशेष तरीके से Host को IP address Allocate करता है, जो निम्नलिखित है।
Manual Allocation-Manual allocation में server administrator के अनुसार Host system को IP Address प्रोवाइड किया जाता है।
Automatic allocation-क्लाइंट की request के अनुसार DHCP आई पी एड्रेस के pool ऑप्सन से Permanently IP assign करता है।
Dynamic allocation-Host system की request और लीज टाइम के अनुसार एक डायनामिक आई पी एड्रेस प्रदान करता है।
Overview of Lease Life Cycle in Hindi
DHCP server आई पी एड्रेस का ख़ास मालिक होता है जो होस्ट को एक निश्चित टाइम पीरिऑड के लिए आई पी एड्रेस उपयोग करने की अनुमति देता है। तथा सर्वर एक टाइम में एक आई पी एड्रेस को अन्य क्लाइंट को नहीं दे सकता।
और क्लाइंट को प्रदान किया हुआ आई पी एड्रेस क्लाइंट उसे एक Static आई पी एड्रेस की तरह use नहीं कर सकता है यह सब server पर निर्भर करता है। की होस्ट को कितने टाइम तक आई पी एड्रेस उपयोग करने देना है। यदि कोई सिस्टम restart या shutdown हो जाता है
तो इस परिस्थिति में DHCP server उस सिस्टम से contact करता है और lease time renewal तथा कन्फर्म होने तक इंतजार करता है। यदि lease कन्फर्म हो जाती है तो उस सिस्टम को पुनः एक Dynamic आई पी एड्रेस प्रदान करता है।
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